एचयूआरएल द्वारा गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी इकाइयों का पुनरुद्धार
सरकार ने नामित पीएसयूज यानी एनटीपीसी, आईओसीएल और सीआईएल की एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनाकर नामांकन के माध्यम से गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी इकाइयों के पुनरुद्धार को अधिदेश दिया था । तदनुसार, गोरखपुर, सिंदरी तथा बरौनी प्रत्येक में 12.7 एलएमटीपीए क्षमता के गैस आधारित अमोनिया यूरिया संयंत्र की स्थापना के लिए एनटीपीसी, आईओसीएल और सीआईएल प्रत्येक की 29.67% और एफसीआईएल की 11% की साम्या (इक्विटी) भागीदारी के साथ हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) नामक एक संयुक्त उद्यम कंपनी को नियमित किया गया था। गोरखपुर संयंत्र 7 दिसंबर, 2021 को चालू हो गया है। बरौनी और सिंदरी संयंत्रों ने क्रमशः 18.10.2022 और 05.11.2022 से यूरिया उत्पादन शुरू कर दिया है। एचयूआरएल के गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी संयंत्रों का सारांश नीचे दिया गया है:-
क्र.सं. | विवरण | गोरखपुर परियोजना | सिंदरी परियोजना | बरौनी परियोजना |
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1 | स्थान | गोरखपुर (यूपी) | सिंदरी (झारखंड) | बरौनी (बिहार)। |
2 | क्षमता | 2200 एमटीपीडी अमोनिया, 3850 एमटीपीडी यूरिया | 2200 एमटीपीडी अमोनिया, 3850 एमटीपीडी यूरिया | 2200 एमटीपीडी अमोनिया, 3850 एमटीपीडी यूरिया |
3 | वार्षिक यूरिया उत्पादन (नीम लेपित यूरिया) | 12.7 लाख मीट्रिक टन | 12.7 लाख मीट्रिक टन | 12.7 लाख मीट्रिक टन |
4 | फीड स्टॉक – एनजी | 2.21 एमएमएससीएमडी | 2.21 एमएमएससीएमडी | 2.21 एमएमएससीएमडी |
5 | प्राकृतिक गैस का स्रोत | जगदीशपुर-फूलपुर- हल्दिया पाइपलाइन | जगदीशपुर-फूलपुर- हल्दिया पाइपलाइन | जगदीशपुर-फूलपुर- हल्दिया पाइपलाइन |
6 | जल का स्रोत | चिलवा ताल से होकर रोहिणी/राप्ती नदी | दामोदर नदी | गंगा नदी |
7 | माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास | 22 जुलाई 2016 | 25 मई 2018 | 17 फरवरी 2019 |
8 | कमीशनिंग / प्रारंभ की तिथि | 7 दिसंबर 2021 | 05.11.2022 | 18.10.2022 |